5 Lines on Sun in Hindi for class 1,2,3,5,6,7,8,9,10th students
सूरज सौरमंडल का एक ऐसा तारा है जिसमें आग और गैसें समायी हुई हैं।
इसमें 74 प्रतिशत हाईड्रोजन और 24 प्रतिशत हीलियम से बना है, सूर्य में ऑक्सीजन ,कार्बोन और लोहा आदि मौजूद हैं।
पृथ्वी से सूर्य की दूरी लगभग 14,95, 98,900 किलोमीटर है।
सूरज की रौशनी पृथ्वी पर आने पर 8 मिनट 17 सेकंड्स का समय लगता है।
सूर्य की उम्र तकरीवन 9 बिलियन वर्ष मानी गयी है।
सूरज से हमें ऊर्जा और रौशनी मिलती है सूरज के बिना यह पृथ्वी बिल्कुल ही ठंडी हो जायेगी और चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा होगा।
पेड़ -पौधों को बड़ा होने के लिए भी सूर्य की रोशनी की जरूरत पडती है। पृथ्वी से सूरज बहुत छोटा यानि के फूटबाल जितना दिखाई देता है
सूरज का व्यास 13 लाख लगभग 92 हज़ार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो धरती के व्यास तकरीवन 110 गुना ज्यादा है। सूरज को दूरबीन से देखने पर इसके छोटे और बड़े धब्बे दिखाई देते हैं जिन्हें सौर कलंक कहा जाता है। सूरज की सतह का हीलियम , आक्सीजन, सल्फर , लोहा , हाईड्रोजन , कार्बोन , आदि गैस तत्वों से निर्मित है।
सूरज पूर्व से उगता है और पशिचम में छिपता है ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि हमारी पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है यह चक्कर 365 में पूरा करती है।
0 comments: