Monday, August 28, 2023

Essay on Elephant in Hindi | हाथी पर निबंध

 Essay on Elephant in Hindi | हाथी पर निबंध

 पृथ्वी पर बड़ी संख्या में जीव रहते हैं, कुछ आकार में विशाल हैं और कुछ आकार में असाधारण रूप से छोटे हैं। पृथ्वी पर 1.5 मिलियन से अधिक प्रकार के जीव और पक्षी रहते हैं और 6,000,000 से अधिक जीव तट पर रहते हैं।

हाथी धरती पर पाया जाने वाला सबसे बड़ा प्राणी है। हाथी अपने जबरदस्त आकार और ताकत के लिए जाने जाते हैं। हाथी यह एक असाधारण शांत और नाजुक प्राणी के रूप में देखा जाता है और यह जंगलों में रहता है।

हाथियों को तैयार कर चिड़ियाघर में रखा जाता है। इसके अलावा बाजार में हाथी पाया जा सकता है। हाथी में लचीलापन और प्रेम की भावना होती है, जिसके कारण इसे एक उत्साही प्राणी भी कहा जाता है, इसलिए इसे लोगों के साथ रहने और रहने में कोई दिक्कत नहीं होती है।

हाथियों के प्रकार - हाथी प्रजातियों को मुख्य रूप से दो वर्गों में विभाजित किया जाता है, पहला अफ्रीकी हाथी और दूसरा एशियाई हाथी। अफ्रीकी हाथी एशियाई हाथियों की तुलना में बहुत बड़े और ऊंचाई में बड़े होते हैं। एशियाई हाथियों के विपरीत अफ्रीकी हाथियों का आकार कुछ असाधारण होता है। अफ्रीकी हाथियों के दो लंबे और नुकीले दांत होते हैं जिनकी त्वचा झुर्रीदार होती है। उनकी सूंड कुछ हद तक फैली हुई है और दो उद्घाटन के साथ है।

हालांकि एशियाई हाथियों की पीठ पीछे की ओर होती है और भंडारण डिब्बे के अंत की ओर सिर्फ एक खुलती है। हाथी आमतौर पर छाया में मंद होते हैं, फिर भी कुछ सफेद हाथी इसी तरह ग्रह पर पाए जाते हैं।

वैसे तो सफेद हाथी कम ही देखने को मिलते हैं। सफेद हाथियों को खासतौर पर थाईलैंड में देखा जा सकता है। सफेद बालों वाले हाथी को हाथी की सभी प्रजातियों में सबसे असाधारण माना जाता है।

हाथी एक शाकाहारी प्राणी है। इसके मूल आहार में ग्रास-स्क्रॉंज, ऑर्गेनिक उत्पाद, हरी टहनियाँ शामिल हैं। एक हाथी 350-400 किलो ग्रब और अन्य सामान्य भोजन खा जाता है। हाथी के दाने में 100 किलो हरा 150 किलो सूखा चारा दिया जाता है।

वे जंगल में रहते हैं और हरी सब्जियां, पत्तेदार भोजन खाते हैं और इसी तरह हाथी मीठे पत्तेदार खाद्य पदार्थ जैसे गन्ना, केला, धान और विभिन्न फसलों से जुड़े होते हैं।

आज के समय में लोग बाजार को पालतू बनाकर उसका चक्कर भी लगाते हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान पर शुरू होने वाले भारी उत्पादों को भेजने के लिए हाथी की सहायता भी ली जाती है, जिससे माल के विकास को स्थानों तक पहुंचना आसान हो जाता है।

हाथी के बल और नापने की क्षमता के कारण, इसका अलग-अलग उपयोग किया जाता है, इन दिनों हाथियों को कम ही देखा जाता है, हालांकि जंगली क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्ति वास्तव में हाथियों को अपने पास रखते हैं और इसका इस्तेमाल करते हैं, पुराने युगों में राजा महाराजा ने युद्ध में भी इसका इस्तेमाल किया था।

हाथी इस हद तक अद्भुत है कि जंगल का शेर भी आश्चर्य करता है कि उसे सीधे मारा जाए या नहीं। जो व्यक्ति हाथी के ऊपर बैठे हाथी को नियंत्रित करता है उसे महावत कहा जाता है। हाथी अपने दैनिक अस्तित्व में विभिन्न प्रकार से लोगों की सहायता करता है, फिर भी मृत्यु के बाद भी वह अपनी हड्डियों और दांतों से लोगों की सहायता करता है। हाथी की हड्डियां और दांत वास्तव में महत्वपूर्ण हैं जिनका उपयोग ब्लेड, ब्रश, हैंडल, ब्रश, अन्य असाधारण चीजें बनाने के लिए किया जाता है।

प्राचीन भारतीय संस्कृति में जीवों को अद्वितीय दर्जा दिया जाता था और हाथी जैसे कुछ जीवों को भगवान की सवारी के रूप में प्यार किया जाता था, फिर भी आज हाथी को बेहद दयनीय स्थिति में रखा जाता है, व्यक्ति असंवेदनशील होते हैं और हाथियों और उनके दांतों को मारते हैं, हड्डी और बछड़े का व्यवसाय करते हैं। .

आज शहरीकरण के कारण वनों की भूमि और छोटे-बड़े वृक्षों को बेधड़क काटा जा रहा है, जिनके वन्य जीव भी वैसे ही नष्ट हो रहे हैं। तृष्णा और पानी की तलाश में जंगली जीव मानव आवास में चले जाते हैं, जिससे लोगों में भय का माहौल बन जाता है, जिससे जीव-जंतु मारे जाते हैं।

साल 2020 में ही केरल में एक ऐसा वाकया देखने को मिला जहां एक गर्भवती हथिनी को आतिशबाजी करते हुए मार डाला गया। आज हाथियों के निवासियों की संख्या कम हो रही है, सिद्धांत औचित्य जो लोगों का व्यक्तिगत हित है।


Essay on Elephant in Hindi हाथी पर निबंध

हाथी धरती पर रहने वाला सबसे बड़ा और भारी जानवर है, आपने कभी ध्यान से देखा हो तो हाथी ज्यादातर अपने कान हिलाते रहते हैं असल में हाथी अपने शरीर की गर्मी अपने कानों के जरिये बाहर निकालते हैं। यह काम हाथी के कान में मौजूद कोशिकाएं करती हैं। इसी कारण अफ्रीका में रहने वाले हाथियों के कान ज्यादा बड़े होते हैं क्योंकि वहां गर्मी अधिक पड़ती है। हाथी जमीन पर रहने वाला सबसे बड़ा जानवर है।

Essay on Elephant in Hindi


हाथी के देखने की क्षमता बहुत कम होती है किन्तु हाथी के सूंघने की शक्ति बहुत तेज़ होती है हाथी पानी की गंध को 5 किलोमीटर तक महसूस कर सकते हैं।हाथी के बाहरी दांत उसके जीवनकाल के दौरान बढ़ते रहते हैं। हाथी का वजन 5000 किलोग्राम से लेकर 7000 किलोग्राम तक होता है ।

उत्तेजित अवस्था में हाथी का लिंग लगभग 39 इंच तक हो जाता है और यह अंग्रेजी के अक्षर S जैसा होता है। हाथी अपनी सूंड से 300 किलोग्राम से भी ज्यादा वजन उठा सकता है। हाथी एक दिन में 100 से 140 किलोग्राम भोजन खा जाते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी के हाथी पानी में बड़ी ही आसानी से तैर सकते हैं यह कभी डूबते नहीं। हाथी अकेला एक ऐसा जानवर है जिसके चार घुटने होते हैं।

हाथियों की त्वचा बहुत कोमल होती है इसीलिए यह अक्सर गर्मी से बचने के के लिए कीचड़ में नहाते रहते हैं। अफ्रीकन हाथी एशियाई हाथियों से बड़े और बलवान होते हैं। हाथी का जीवनकाल 60 वर्षों तक होता है। परन्तु अफ़्रीकी हाथी की उम्र एशियाई हाथी से कम होती है। हाथी की चाल इन्सान से तेज़ होती है।

हाथी के गजदांत बड़े ही कीमती होते हैं इससे कई वस्तुएं बनाई जाती है जिसकी वजय से इसका शिकार होता आ रहा है। हाथी का प्रजनन बड़ा ही रोचक होता है समागम का इच्छुक नर हाथी मादा हाथी के झुंड में पहुँच जाता है समागम के लिए तैयार मादा को ढूंढता है समागम के लिए तैयार मादा मिल जाने के बाद कई दिनों तक सम्भोग करते रहते हैं।

मादा हाथी का गर्भकाल समय 22 महीनों का होता है। हाथी का बच्चा लगभग 6 वर्षों तक माँ का दूध पीता  रहता है। हाथी अपनी सूंड में 10 से 12 लीटर पानी भर सकता है और यह एक दिन में 150-200 लीटर तक पानी पी जाता है। हाथी की सूंड का वजन 120 किलो से 140 किलोग्राम तक होता है। हाथी का ज्यादातर समय भोजन ढूंढने में ही व्यतीत हो जाता है यह एक दिन में लगातार 16 घंटे भोजन करता है।

Types of elephants -

हाथी की आकृति

हाथियों को उनके ज्ञान के लिए नियमित रूप से माना जाता है। इसकी स्मरण शक्ति तेज होती है। यह आमतौर पर अंधेरे या मंद छायांकन में पाया जाता है। इनकी चार टांगें स्तम्भ के समान बड़ी हैं। उनके दो प्रमुख कान और एक लंबी सूंड होती है, जिसके माध्यम से वे अपने लिए पोषण की खोज करते हैं। उन्होंने इसे अपनी सूंड पर भरकर रख दिया। वे पेड़ों से पत्ते तोड़कर खाते हैं। दरअसल, हाथी के भंडारण डिब्बे का उपयोग उनके हाथों की तरह किया जाता है। हाथियों की दो आंखें और एक छोटी पूंछ होती है। इसके दो दांत होते हैं, जिन्हें वे खाने के लिए इस्तेमाल नहीं करते हैं।

हाथी सामाजिक प्राणी

हाथी शाकाहारी जीव हैं। वे पत्ते, पत्तेदार खाना खाना पसंद करते हैं। वे लोगों की तरह सामाजिक प्राणी हैं। इन्हें भीड़भाड़ में रहना पसंद होता है। उनके समूह में एक मुखिया होता है, जिसकी बातों को सभी युवा और सभी हाथी स्वीकार करते हैं। भारत में, उनका उपयोग सवारी के लिए या लकड़ी के पैक को ले जाने के लिए किया जाता है। हाथियों को अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया जाता है। खेल दिखाने के लिए सहेजा गया।

हाथियों के नियमित प्राकृतिक परिवेश में कमी

हाथी सद्भाव को पसंद करने वाले प्राणी हैं। मानव आबादी में विस्तार के कारण, वुडलैंड्स अधिक विनम्र होते जा रहे हैं। मनुष्य लकड़ियों को काटकर अपना घर या घर बना रहा है। इस वजह से हाथियों के लिए सामान्य वातावरण कम होता जा रहा है। इसलिए, हाथियों और लोगों के बीच झड़पें बढ़ गई हैं। यही कारण है कि यह आवश्यक है कि लोग अपनी इच्छा छोड़कर हाथियों को सुरक्षा दें, ताकि हाथियों जैसे सद्भाव को पोषित करने वाले जानवर अपने नियमित वातावरण में रह सकें।
 
 

Essay on Elephant in Hindi हाथी पर निबंध

हाथी धरती पर रहने वाला सबसे बड़ा और भारी जानवर है, आपने कभी ध्यान से देखा हो तो हाथी ज्यादातर अपने कान हिलाते रहते हैं असल में हाथी अपने शरीर की गर्मी अपने कानों के जरिये बाहर निकालते हैं। यह काम हाथी के कान में मौजूद कोशिकाएं करती हैं। इसी कारण अफ्रीका में रहने वाले हाथियों के कान ज्यादा बड़े होते हैं क्योंकि वहां गर्मी अधिक पड़ती है। हाथी जमीन पर रहने वाला सबसे बड़ा जानवर है।

हाथी के देखने की क्षमता बहुत कम होती है किन्तु हाथी के सूंघने की शक्ति बहुत तेज़ होती है हाथी पानी की गंध को 5 किलोमीटर तक महसूस कर सकते हैं।हाथी के बाहरी दांत उसके जीवनकाल के दौरान बढ़ते रहते हैं। हाथी का वजन 5000 किलोग्राम से लेकर 7000 किलोग्राम तक होता है ।

उत्तेजित अवस्था में हाथी का लिंग लगभग 39 इंच तक हो जाता है और यह अंग्रेजी के अक्षर S जैसा होता है। हाथी अपनी सूंड से 300 किलोग्राम से भी ज्यादा वजन उठा सकता है। हाथी एक दिन में 100 से 140 किलोग्राम भोजन खा जाते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी के हाथी पानी में बड़ी ही आसानी से तैर सकते हैं यह कभी डूबते नहीं। हाथी अकेला एक ऐसा जानवर है जिसके चार घुटने होते हैं।

हाथियों की त्वचा बहुत कोमल होती है इसीलिए यह अक्सर गर्मी से बचने के के लिए कीचड़ में नहाते रहते हैं। अफ्रीकन हाथी एशियाई हाथियों से बड़े और बलवान होते हैं। हाथी का जीवनकाल 60 वर्षों तक होता है। परन्तु अफ़्रीकी हाथी की उम्र एशियाई हाथी से कम होती है। हाथी की चाल इन्सान से तेज़ होती है।

हाथी के गजदांत बड़े ही कीमती होते हैं इससे कई वस्तुएं बनाई जाती है जिसकी वजय से इसका शिकार होता आ रहा है। हाथी का प्रजनन बड़ा ही रोचक होता है समागम का इच्छुक नर हाथी मादा हाथी के झुंड में पहुँच जाता है समागम के लिए तैयार मादा को ढूंढता है समागम के लिए तैयार मादा मिल जाने के बाद कई दिनों तक सम्भोग करते रहते हैं।

मादा हाथी का गर्भकाल समय 22 महीनों का होता है। हाथी का बच्चा लगभग 6 वर्षों तक माँ का दूध पीता  रहता है। हाथी अपनी सूंड में 10 से 12 लीटर पानी भर सकता है और यह एक दिन में 150-200 लीटर तक पानी पी जाता है। हाथी की सूंड का वजन 120 किलो से 140 किलोग्राम तक होता है। हाथी का ज्यादातर समय भोजन ढूंढने में ही व्यतीत हो जाता है यह एक दिन में लगातार 16 घंटे भोजन करता है।

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