Essay on Raktadan
रक्तदान जीवनदान है आपके द्वारा दिया गया रक्त कई जिन्दगीओं को बचा जाता है। असली खूनदान की अहमियत का हमें उस समय पता चलता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए संघर्ष कर रहा हो उस वक्त हमें खूनदान की असली कीमत का पता चलता है। खूनदान से केवल आप मरीज को ही नहीं नया जीवन देते बल्कि उसके परिवार को भी खुशियां दान में देते हैं। खूनदान से आपको ऐसी ख़ुशी की अनुभूति होगी के आप बयान तक नहीं कर पाओगे।
दोस्तों दुर्घटना जा बीमारी का शिकार हम में से कोई भी हो सकता है हम एक शिक्षित समाज के नागरिक हैं जो अपने साथ -साथ दूसरों की भलाई के बारे में भी सोचते हैं इसीलिए इस महान कार्य में हमें अपना योगदान अवश्य देना चाहिए ताकि खून से पीड़ित लोगों को एक नया जीवन दान मिल सके।
बहुत से लोग अक्सर यह सोचते रहते हैं के खूनदान (Blood Donation ) से उनके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है हम आपको बता दें के यह आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं बल्कि खूनदान करने से तो आपको भी बहुत सारे फायदे होंगे जैसे हार्ट अटैक की अधिक समस्या खून का गाढ़ा होना होता है और जब आप रक्तदान करते हो तो आपका खून भी पतला हो जाता है जिससे आप दिल से सबंधित बिमारियों से बचे रहेंगे तथा आपका दिल स्वास्थ्य रहेगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक 18 वर्ष से 65 वर्ष तक का कोई भी स्वास्थ्य इंसान और जिसका वजन लगभग 45 किलोग्राम से अधिक हो तीन महीने के अंतराल के बाद रक्तदान कर सकता है। रक्तदान कोई मुश्किल कार्य नहीं होता बल्कि इससे शरीर को कोई नुक्सान भी नहीं पहुंचता और ना ही किसी प्रकार की कमज़ोरी होती है बल्कि शरीर से निकाला गया खून कुछ दिनों के पश्चात नया खून बन जाता है इसीलिए हर साल बहुत सारे खूनदान कैंप लगाए जाते हैं डोनेट किये हुए खून को ब्लड बैंक में जमा कर दिया जाता है जब किसी मरीज को खून की जरूरत पड़ती है तो उसे ब्लड बैंक से निकालकर दे दिया जाता है।
इसीलिए कहा गया है के खूनदान महादान है क्योंकि डोनेट किया गया खून किसी मरीज की जान बचाता है इसीलिए हम सभी को रक्तदान अवश्य करना चाहिए।
14 जून को विश्वभर में रक्तदान दिवस मनाया जाता है। इस दिन देशभर में रक्तदान कैंप लगाये जाते हैं यहां पर ज्यादातर लोगों को खून दान के लिए जागरूक किया जाता है और लोग खूनदान करते हैं।
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