Short poem on Dussehra in Hindi दशहरा पर कविता
हर साल दशहरा आता है
बुराइयों का अंत कर जाता है
और ढेरों खुशियाँ दे जाता है
इस दिन मजा आता है खूब
सब जाते हैं त्योहार के मजे में डूब
पूरे देश में यह हैं दिन
बड़े धूम -धाम से है मनाया जाता
मम्मी -पापा , भाई -बहन संग
इस दिन में घूमने हूं जाता
देख के रावण दहन
ख़ुशी -ख़ुशी घर है वापिस आता।
बुराइयों का अंत कर जाता है
और ढेरों खुशियाँ दे जाता है
इस दिन मजा आता है खूब
सब जाते हैं त्योहार के मजे में डूब
पूरे देश में यह हैं दिन
बड़े धूम -धाम से है मनाया जाता
मम्मी -पापा , भाई -बहन संग
इस दिन में घूमने हूं जाता
देख के रावण दहन
ख़ुशी -ख़ुशी घर है वापिस आता।
दशहरा की शुभकामनाएं
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