Thursday, January 3, 2019

Essay on New Year in Hindi | नव वर्ष पर निबंध


Essay on New Year in Hindi : नव वर्ष पर निबंध 

नववर्ष की शुरुआत का दिन उसे माना गया है जहां पर पृथ्वी अपने सोलर पथ पर सूर्य की एक परिक्रमा पूरी कर लेती है इसके बाद 1 जनवरी से वह नई शुरुआत करती है इसलिए ग्रेगोरियन कैलेंडर में इसे नए साल की शुरुआत माना गया है अगर पृथ्वी के सोलर रूट को देखा जाए तो ऐसा अंडाकार पथ पर कौन सी जगह जाकर पृथ्वी का एक चक्कर पूरा माना जाए यह तय करना भी कोई आसान काम नहीं था इसलिए इसे निर्धारित करने के लिए सिर्फ विज्ञान का सहारा नहीं लिया गया बल्कि लोगों की धार्मिक मान्यताओं तत्कालीन शासकों की इच्छा शक्ति मौसम में नियमित तौर पर होने वाले बदलाव और एस्ट्रोनॉमी को भी शामिल किया गया है यही वजह रही कि जनवरी को साल की शुरुआत माना गया।

इस तरह माना गया है पहला दिन 
वर्ष 1570 के दशक में पॉप ग्रेगरी ग्रोगोरियन कैलेंडर को लेकर आए जिसमें उन्होंने जनवरी को साल का पहला महीना माना था तब से एक जनवरी को साल का पहला दिन मनाने का चलन शुरू हुआ हालांकि इंग्लैंड ने इस कैलेंडर को वर्ष 1772 तक मान्यता प्रदान नहीं की थी वर्षा 1772 तक इंग्लैंड ही नहीं अमेरिकी देशों में भी 25 मार्च को साल का पहला दिन मानते थे और इसी दिन को नए साल की शुरुआत के रूप में सेलिब्रेट किया जाता था।

भारतीय कैलेंडर के अनुसार भी नए साल की शुरुआत इसी समय के आसपास होती है ग्रोगोरियन कैलेंडर से पहले जूलियन कैलेंडर का चलन था इस कैलेंडर में लीप ईयर को शामिल नहीं किया जाता था इसलिए इसे सुधारते हुए बाद में ग्रोगोरियन कैलेंडर लाया गया।

इसे कैसे मिली मान्यता
जिन देशों ने इतने सालों तक ग्रोगोरियन कैलेंडर को मान्यता नहीं दी थी उन्होंने वर्ष 1752 मैं जब इसे शुरू किया था वही से इसके साथ अपनी डेट्स को मैच करने के लिए सितंबर माह में से पूरे 11 दिन घटाने पड़े थे लेकिन इससे पहले भी जूलियन कैलेंडर को मानने वाले नए साल की शुरुआत 1 जनवरी से ही करते थे जिसकी शुरुआत इस से 45 साल पहले हुई थी लेकिन इसके कुछ ही समय बाद रोमन शासकों जूलियाना सीजर को लगने लगा के जूलियन कैलेंडर सही तरीके से नहीं बना है और इसमें सुधार की सख्त जरूरत है जिसके बाद ग्रोग्रियन कैलेंडर अस्तित्व में आया।

हिंदू कैलेंडर में चैत्र नया साल
हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरुआत चैत्र के महीने में मानी जाती है जो मार्च या अप्रैल के महीने में है।

लोक मान्यताएं और अन्य धार्मिक कैलेंडर:
रोमन जब लुनिक कैलेंडर इस्तेमाल करते थे तब साल की शुरुआत मार्च से होती थी उसी समय एक नए गवर्नर की भर्ती हुई लेकिन वर्ष 153 तक उसने पदभार संभाला ही नहीं और 1 जनवरी को उसने अपना पदभार ले लिया माना जाता है इसी समय से जनवरी में नए साल की शुरुआत है इसके अलावा इसके पीछे धार्मिक कहानियां भी प्रचलित है दरअसल जनवरी में जानूस नाम का एक त्यौहार मनाया जाता है जानूस जिसका अर्थ गॉड ऑफ गेट से या शुरुआत है तो इस लिहाज से जनवरी को साल की शुरुआत का सही समय माना गया है।

"Happy new year essay" 500 words 


SHARE THIS

Author:

EssayOnline.in - इस ब्लॉग में हिंदी निबंध सरल शब्दों में प्रकाशित किये गए हैं और किये जांयेंगे इसके इलावा आप हिंदी में कविताएं ,कहानियां पढ़ सकते हैं

0 comments: