Thursday, December 27, 2018

Essay on fish in Hindi | मछली पर निबंध

Essay on fish in Hindi | मछली पर निबंध


Essay on fish in Hindi | मछली पर निबंध

मछली जल में रहने वाला जीव है  और यह ज्यादा मीठे पानी के श्रोतों में बड़ी संख्या मात्रा में पायी जाती हैं। मछली गलफड़ों से  सांस लेती है गलफड़े  सांस लेने में मदद करते हैं वह जल में धूलि आक्सीजन को फ़िल्टर करते हैं और गंदी हवा को बाहर निकाल देते हैं और जिस वक्त  fish को जल से बाहर निकाला जाता है तो उसके गलफड़े काम करना बंद कर देते हैं और   मछली मर जाती है।
यदि कोई मछली किसी शिकार को चबाने की कोशिश करती है तो उसका दम घुटता है क्योंकि चबाने से उसके गलफड़ों के उपर से जो पानी निकलता है वह बाधा पैदा करता है और मछली के  सांस लेने में प्रॉब्लम होती है।
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मछली पालन का धंधा बड़े पैमाने में किया जाता है जिससे लोगों की जीविका चलती है , मछली  का बहुतात में शिकार किया जाता है क्योंकि इनके तेल और चमड़ी से बहुत सारी  वस्तुएं तैयार की  जाती हैं और यह भोजन में काम आती हैं इस कारण मछलियों का शिकार होने के कारण यह विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुका है।


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ब्लू बेल एक ऐसी मछली है जो दुनिया के सबसे बड़े जीवो में सबसे भारी भरकम जीव है पहले धरती पर डायनासोर पाए जाते थे जो सबसे बड़े जीव हुआ करते थे किंतु अब उनका अस्तित्व नहीं रहा जिस कारण आज के समय में हम इस जीव को ही धरती का सबसे बड़ा जीव मानते हैं। हालांकि इस मछली की बहुत सारी प्रजातियां पाई जाती है जिसमें से स्पर्म व्हेल, pilot whale , beluga whale और किलर व्हेल आदि शामिल है किंतु इन में से ब्लू बेल सबसे बड़ी प्रजाति है इसकी विशालकाय होने का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यह लगभग 115 फुट और वजन में डेढ़ सौ से लेकर 180 टन तक हो सकती है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लू व्हेल मछली का अस्तित्व मनुष्य की सभ्यता से पहले का यानि के लगभग 5 करोड़ वर्षों से भी अधिक समय से इसका अस्तित्व माना जाता है।

अन्य स्तनधारियों की तरह व्हेल मछली भी हवा में सांस लेती है इसका खून गर्म होता है। ब्लू बेल एक ही समय में एक ही बच्चे को जन्म देती है जब के अन्य मछलियां अंडे देकर बच्चों को जन्म देती है। सांस लेते वक्त इसके मूंह में हवा के साथ पानी भी चला जाता है जिसे वह पानी को फव्वारे की तरह बाहर निकालती है। इतनी भारी-भरकम जीव होने के बाद भी यह समुन्द्र में 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तैर सकती है।

अंधाधुंध शिकार के कारण यह मछली आज विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी है इनकी संख्या काफी तेजी से कम हो रही है जिस कारण इनकी घटती हुई संख्या को देखते हुए इनके शिकार पर पाबंदी लगा दी गई है और ता जो इस प्राणी को विलुप्त होने से बचाया जा सके।

Essay on Fish in Hindi 500 words 
मछली पानी में रहने वाला एक अजीब प्राणी है। यह एक ऐसा प्राणी है जो जल में ही रह कर अपनी पूरी जिंदगी बिता देता है। यह पानी में ही सांस लेती है यदि इसे पानी से बाहर निकाल दिया जाए तो इसे सांस नहीं मिल पाता जिस कारण जे मर जाती है। मछली गलफडों के द्वारा सांस लेती है। लगभग सभी प्रकार की मछलियों में रीड की हड्डी मिलती है। मछलियां पृथ्वी पर मिलियन वर्षों से पाई जाती है। मछली की जल में रहकर भी मौत हो सकती है यदि इसे पानी में आक्सीजन न मिले तो।

मछली के शरीर पर तांत्रिक प्रणाली होती है जो उन्हें स्वाद का एहसास कराती है। ज्यादातर मछलियों की प्रजातियां अंडे देती है किंतु कुछ मछलियां ऐसी भी है जो अंडे नहीं देती सीधे बच्चों को जन्म देती है जैसे वाइट शार्क ऐसी मछली है जो अंडे ना देने की वजाय सीधा बच्चों को जन्म देती है। मछली को सांस गलफड़ों के द्वारा मिलता है क्योंकी यह जल में घुली ऑक्सीजन को फिल्टर कर देती है और गंदी वायु को बाहर निकाल देते हैं। क्योंकि यदि किसी मछली को जल से बाहर निकाल दिया जाता है तो उसके गलफड़े काम करना बंद कर देते हैं जिस वजह से मछली को सांस लेने में दिक्कत आती है और वह आखिर मर जाती है। मछलियां हमेशा सीधा ही तैर सकती है पीछे की तरफ नहीं तैर सकती किंतु कुछ मछलियां ऐसी भी है जो पीछे की तरफ भी तैर सकती है जैसे ट्रिगरफिश। संसार भर में मछलियों की लगभग 25000 से भी ज्यादा प्रजातियां देखने को मिल जाती है। इनमें से कुछ प्रजातियां ऐसी भी हैं जिनके बारे में पूरी जानकारी अब तक वैज्ञानिकों को भी नहीं मिल पाई है। मछली की ऐसी प्रजातियां भी है जो अपने शिकार को सीधा ही निगल लेती है। शार्क मछली समुद्र में पाई जाने वाली सबसे बड़ी मछली है और यह मछली समुंदर के सबसे बड़े शिकारियों में से एक है। स्टोन फिश एक ऐसी मछली है जिसे खाने के बाद आदमी की तुरंत मौत हो जाती है क्योंकि यह समुद्र में पाई जाने वाली जहरीली मछलियों में से एक है।


मछलियों का मुख्य आहार पानी में पाए जाने वाले छोटे मोटे कीड़े मकोड़े जैसे केकड़े और छोटे जीव आदि होता है। गंदे पानी में मछली जीवित नहीं रह सकती क्योंकि गंदे पानी में मछली के गलफड़े काम करना बंद कर देते हैं जिस वजह से उसकी मौत हो जाती है। मछलियों के लिए शुद्ध जल ही उनका असली जीवन होता है यदि इन्हें जल से कुछ देर के लिए बाहर निकाल दिया जाए तो उनकी मौत हो जाती है। पृथ्वी पर यह जीव डायनासोर के जमाने से माने जाते हैं।


Monday, December 17, 2018

Essay on Corruption in Hindi | भृष्टाचार पर निबंध

Essay on Corruption in Hindi | भृष्टाचार पर निबंध


Essay on Corruption in Hindi भृष्टाचार पर निबंध
Essay on Corruption in Hindi
एक ताजा अध्ययन के अनुसार दुनिया के दो तिहाई देश भ्रष्टाचार को खत्म करने के मामले में पूर्व में तो छोड़िए हाल के वर्षों में भी कुछ नहीं कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश में प्रजातांत्रिक शासन है क्या जनता को भ्रष्टाचार से कोई परहेज नहीं है या फिर सत्ता के लिए उनका चुनाव गलत है अथवा या फिर यह मान लिया जाए   कि सत्ता पर चाहे कोई बैठे सिस्टम से भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो सकता है। ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल के सन 2017 के लिए जारी इस अध्ययन में भारत भ्रष्टाचार सूचकांक पर दो स्थान और पीछे खिसक गया है यानी देश में इस अक्षत सामाजिक व्याधि को लेकर जान अनुभूति सन 2016 के मुकाबले ज्यादा खराब हुई है।

ध्यान रहे की यह सर्वे जन अनुभूति को लेकर किया जाता है जब भी सर्वे किया गया होगा उस समय बैंक घोटाला नहीं हुआ था और साथ ही नोटबंदी के प्रभाव को लेकर आम जनता में तकलीफ है चाहे जो भी रही हो इसे मोदी सरकार का भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अच्छा प्रयास माना जाने लगा था आखिर इस जन  अनुभूति की वजह क्या है? प्रजातंत्र तो जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा शासन माना जाता है और भारत सहित कई देशों से कई दशकों से प्रयोग में ला रहे हैं।
अगर इन देशों का जीडीपी तमाम खाने भागता हुआ 25 सालों में छठे स्थान पर आ सकता है तो फिर जनता को क्यों लगता है कि भ्रष्टाचार खत्म करने में हमारे सत्ताधारी वर्क उदासीन या अक्षम साबित हो रहा है अगर एक निष्पक्ष विश्लेषण करें तो यह कह सकते हैं कि पिछले 4 साल के मोदी शासन में वर्तमान बैंक घोटाले को छोड़कर कोई बड़ा भ्रष्टाचार सामने नहीं आया नोटबंदी से सबसे ज्यादा आहट भ्रष्ट लोग हुए और कष्ट के बावजूद आम जन यह मानकर के कुछ शुरू हुआ कुछ हुआ फिर जनन मोदी में नकारात्मकता घटने की विधाएं क्यों बढ़ी

इस कारण को जानने के लिए भारत में भ्रष्टाचार की बदलती प्रकृति को समझना होगा भ्रष्टाचार दो तरह के होते हैं पहला भयादोहन या सरकारी काम करने के पैसे जो केवल दोनों का ही एक रूप है और दूसरा सहमति से द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग की 12 वॉल्यूम की विस्तृत रिपोर्ट के वॉल्यूम 4 में इन दोनों प्रकार के भ्रष्टाचार के स्वरूपों की व्यापक का विवेचना करते हुए उन्हें कोल्युसिव  का नाम दिया गया है।
पहले किस्म के भ्रष्टाचार में पुलिस का ट्रक वालों से पैसा वसूला, ग्राम प्रधान का सरकारी सब्सिडी दिलाने के लिए गरीबों से पैसा लेना जा लेखपाल का कर्ज माफी की पात्रता के लिए नाम आगे बढ़ाना जा शहरों में मकान का नक्शा पास करवाने, जन्म मृत्यु प्रमाण देने जा पासपोर्ट सत्यापन में पैसे लेना होता है पेऑफ़  कि भ्रष्टाचार के अंतर्गत बैंक का घोटाला 2जी स्पेक्ट्रम जा तमाम बड़े घोटाले आते हैं जिनमें एक सहमति होती है जैसे पुल बनाने में इंजीनियर और ठेकेदार के बीच इस भ्रष्टाचार से समाज अप्रत्यक्ष रूप से लेकिन बड़ा नुकसान होता है।
भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में पेऑफ सिस्टम का भ्रष्टाचार 1970 से शुरू हुआ और आज जो व्यापक रूप ले चुका है इस विषय के जानकारों का मानना है कि इस भ्रष्टाचार को खत्म करना बेहद मुश्किल होता है क्योंकि इसका शिकार व्यक्ति नहीं पूरा समाज होता है जो के अमूर्त है और उदार प्रजातंत्र में अदालतें सबूत और गवाह चाहती हैं लिहाज भ्रष्टाचार व्यक्ति आराम से कोर्ट से छूट जाता है।

Speech on Corruption in Hindi

भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी होती जा रही है उत्तर भारत के राज्यों में इस तरह का भ्रष्टाचार हावी है जाहिर है जब सर्वे में लाभार्थियों जा लाभ से वंचित लोगों से पूछा जाएगा कि भ्रष्टाचार में पहले से कमी आई है या बड़ा तो उसका जवाब भोगे  हुए यथार्थ के आधार पर होगा भले ही वह मोदी और उनकी योजनाओं से खुश हो।
जनप्रतिनिधि अपने इलाके में जाकर से भ्रष्टाचार को कम करा सकते हैं पर अधिकांश बैठक में सांसद शायद ही कभी जाते हैं फिर इन परियोजनाओं के बारे में उनका ज्ञान भी सीमित होता है प्रधानमंत्री का आदेश हो के सांसद क्षेत्र में हर माह कम से कम 3 दिन बिताएं पर वह शाम को दिल्ली जा राज्य की राजधानी से जिला मुख्यालय पहुंचते हैं अगले दिन क्षेत्र के बड़े लोगों के घर भोजन और सर्किट हाउस में रात बिता कर सुबह से दिल्ली के लिए रवाना 3 दिन का कोटा पूरा नतीजा यह है कि जितनी विकास जन कल्याण की योजनाएं आएंगी उतना ही राज्य अभी कारणों में बैठे लोग भ्रष्टाचार करेंगे और उतना ही कमजोर तबका स्वस्थ होगा और नाराजगी बढ़ेगी।
आप जरा तस्वीर का दूसरा चौंकाने वाला एक और पहलू देखें सन 2013 -14 मई सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार कृषि क्षेत्र की कुल आय जीडीपी का मात्र 15% ही थी या यूं कहें के लगभग 4.60 करोड थी उन्होंने खेती से उस वर्ष 2000 लाख करोड रुपए का उत्पादन किया यानी वास्तविक सरकारी उत्पादन आंकड़ों से 400 गुना 10 साल में देश के कुल जीडीपी से 22 गुना ज्यादा लेकिन ना तो उस समय की यूपीए - 2 सरकार उस पर चौकी नाही वर्तमान सरकार ने आयोग बैठाकर इस काले धन को सफेद करने के लिए कृषि आय का झूठा आंकड़ा देने वालों को जेल की हवा खिलाई यही वजह है कि दुनिया के दो तिहाई देश प्रजातंत्र होने के बावजूद इस दंश को झेलते रहेंगे।

10 Lines on Peacock in Hindi

10 Lines on Peacock in Hindi


10 Lines on Peacock in Hindi
10 Lines on Peacock in Hindi


  • मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है जो 26 जनवरी 1963 को राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया।
  • इन का मुख्य भोजन कीड़े -मकौड़े , फ़ल- सब्जियां होता है।
  • संसारभर में इन की तीन किस्में पायी जाती हैं जैसे बर्मा का मोर , कांगों का और भारतीय
  • मोरनी का प्रजनन काल जनवरी से अक्तूबर महीने के बीच होता है 
  • नर मादा को सेक्स के लिए आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की आवाजें निकालता है 
  • मोरनी एक बार में 3 से 5 अंडे देती है और इसके  के अंडे मुर्गी के अण्डों से कुछ बड़े होते हैं इनका रंग क्रीम जैसा हल्का पीला होता है 
  • हिन्दू धर्म में इनके के पंखों की काफी महत्ता है श्री भगवान कृष्ण इसे अपने माथे पर लगाकर रखते थे 
  • इसके इलावा हिंन्दु ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय का वाहन मोर है 
  • मोर ज्यादातर भारत में ही पाए जाते हैं 
  • Peacock को मयूर , मंजूर , मनिया आदि नामों से भी पुकारा जाता है 
  • इन्हें आराम करना बहुत पसंद होता है जे रात होने पर वृक्षों के उपर चला जाता है और सूर्य निकलने तक सोता रहता है 
  • बारिश के मौसम में यह बादलों की काली घाट को देख नाचने लगता है और नर पीकॉक के नृत्य से खुश होकर मोरनी मोर की तरफ़ आकर्षित हो जाती है 
  • मोर किसान का अच्छा दोस्त माना जाता है क्योंकि यह फ़सलों को बर्बाद करने वाले कीटों को खाता है।
  • यह  ज्यादातर देर तक हवा में नहीं उड़ पाता 
  • यह अपना घोंसला घनी झाड़ियों के बीच बनाते हैं 
  • मोर की उम्र 10 से 25 वर्ष तक होती है 
10 Lines on Peacock in Hindi


10 Lines on Peacock in Hindi

10 Lines on Peacock in Hindi



Wednesday, December 5, 2018

10 Lines about elephant in Hindi

10 Lines about elephant in Hindi

10 Lines about elephant in Hindi | few sentences on elephants 


10 Lines about elephant in Hindi




1.   जिराफ़ धरती पर पाया जाने वाला सबसे लम्बा जानवर है।

2.   यह एक शाकाहारी जानवर है जो पेड़ों की पत्तियां खाता है।

3.   जिराफ़ की जीभ 18 इंच तक लम्बी होती है।

4.   जिराफ़ का जीवनकाल लगभग 20 से 25 वर्षों तक होता है।

5.   यह जंगल में पाया जाने वाला जानवर है।

6.   यह खड़े -खड़े ही सो जाते हैं।


10 Lines about elephant in Hindi


7.   इनकी पिछली टांगों से आगे की टांगे बड़ी होती हैं।

8.   इसकी जीभ का रंग काला होता है।

9.   इन्हें झुण्ड में रहना ज्यादा पसंद होता है।

10.   इनके शरीर पर भूरे रंग के धब्बे होते हैं


10 Lines about elephant in Hindi


Essay on Elephant in Hindi हाथी पर निबंध 
हाथी धरती पर पाया जाने वाला सबसे भारी भरकम पशु है। इसकी एक लंबी सूंड होती है जिसकी मदद से वह भोजन उठाकर मुंह में डालता है इसके अलावा वह अपनी सूंड से लकड़ी उठाने जैसा भारी काम भी कर सकता है। हाथी का शरीर बड़ा ही विशालकाय किसम का होता है इसीलिए यह दुनिया का सबसे भारी जानवर है।

Essay on Elephant in Hindi

हाथी आमतौर पर जंगलों में पाए जाते हैं वहां यह झुंड में ही देखे जा सकते हैं क्योंकि इन्हें झुंड में रहना ज्यादा पसंद होता है यदि झुंड का कोई हाथी बिछड़ जाए तो वह बहुत घबरा जाता है। पूरे झुंड का नेतृत्व एक बड़ा हाथी करता है यदि कोई दूसरा हाथी झुंड का नेता बनना चाहता है, उसे पहले बड़े नेता से लड़ना पड़ता है यदि वह जीत जाता है तभी वह झुण्ड का नेता बन पाता है। हाथियों की लड़ाई बड़ी ही भयानक किस्म की होती है कई बार तो किसी एक हाथी की मौत भी हो जाती है या फिर बुरी तरह जख्मी भी हो जाते हैं।
1.     हाथी एक समझदार जानवर होता है इसके अलावा ऐसा भी माना गया है कि हाथी की याददाश्त बड़ी ही तेज होती है यदि इसे थोड़ा प्रशिक्षित कर दिया जाए तो यह बड़ी आसानी से हमारे आदेशों का पालन कर सकता है।
2.     चिड़ियाघर में जो हाथी होते हैं वह प्रशिक्षित किए जाते हैं तभी वह बड़े ही कमाल के करतब दिखाते हैं।
3.     चिड़िया घर और सर्कस में लोग हाथियों को प्रशिक्षित करके धन कमाते हैं और इन जानवरों को पालतू जानवर के रूप में पालते हैं।
4.     हाथी के पैर के तलवे को तबक कहां जाता है इसके पैर बड़े ही मुलायम होते हैं इसीलिए हाथियों को अक्सर रेतीली मिट्टी या भूमि पर ही चलना अच्छा लगता है।
5.     हाथी एक शांत स्वभाव का जानवर होता है इसकी चाल धीमी होती है किंतु यह आदमी से ज्यादा तेज चलता है।
6.     एक पगलाया हुआ हाथी बहुत ज्यादा खतरनाक होता है यदि वह पीछे पड़ जाए तो इससे  पीछा छुड़ाना बहुत ज्यादा कठिन हो जाता है हाथी को गुस्सा आने पर वह बहुत ज्यादा तांडव मचाता है वह चीजों को तोड़ देता है और जान-माल का भी भारी नुकसान करता है।
7.     पुराने जमाने में राजा हाथियों को पालते थे वह उन पर सवार होकर युद्ध या फिर शिकार खेलने के लिए जाया करते थे उस वक्त के ज्यादातर लोग हाथियों को पालतू जानवर के रूप में पाला करते थी इसके अलावा दक्षिण भारत में आज भी त्यौहारों जा उत्सवों में हाथी को शामिल किया जाता है इसके अलावा सर्कस में हाथी के कई तरह-तरह के करतब दिखाए जाते हैं पुराने जमाने में ज्यादातर लोग हाथियों से बोझ ढोने का काम भी लिया करते थे।
8.     पिछले कई दशकों से हाथियों का शिकार बड़े पैमाने पर किया जाता रहा है क्योंकि हाथी का शरीर बड़ा ही कीमती होता है।
9.     इस के दांत बहुत काम आते हैं इससे कई प्रकार के आभूषण और दवाइयां तैयार की जाती है,  इसके अलावा जो लड़कियां अपनी शादी में चूड़ा पहनती है वह चूड़ा हाथी के दांत से भी बनाया जाता है।
10. हाथी के देखने की क्षमता भले ही थोड़ी कम हो किंतु इनके सूंघने की क्षमता बहुत ज्यादा तेज होती है यह पानी की गंध को लगभग किलोमीटर की दूरी से भी सूंघ लेते हैं।
10 Lines on Elephant 
1.     हाथी को गुस्सा आने पर यह जंगलों में भारी तबाही मचा देता है छोटे छोटे पेड़ पौधों को यह अपनी सूंड और पैरो से कुचल देता है।
2.     हाथी के कान काफी बड़े-बड़े होते हैं जो इन्हें तेज गर्मी और धूप से बचाते हैं। हाथी को पालने वाले को महावत कहा जाता है। जब हाथी क्रोधित हो जाता है तो यह अपने महावत का कहना भी नहीं मानता।
3.     हाथी को पृथ्वी का सबसे ताकतवर जानवर भी माना जाता है इसलिए इसका नाम सबसे विशाल जानवरों में से आता है हाथी हमेशा से ही मानव के लिए एक उपयोगी पशु रहा है हाथी का रंग स्लेटी रंग का होता है इसके पैर काफी विशाल और मजबूत होते हैं इसके पैर विशाल खंभों की तरह बने होते हैं।
4.     इसके दो बड़े बड़े कान पंखों की तरह काम करते हैं शरीर की तुलना में यदि देखा जाए तो हाथी की आंखें बहुत छोटी छोटी होती है किंतु हाथी की सूंड काफी लंबी होती है।
5.     इसकी पूंछ उतनी ही छोटी होती है के वह अपनी सूंड के द्वारा भारी से भारी भरकम चीज को भी आसानी से उठा लेते हैं। इनकी सुंड के दोनों तरफ बड़े-बड़े सफेद दांत होते हैं।
6.     हाथी का मुख्य आहार पेड़ों की टहनियां,  हरी हरी पत्तियां,  जंगली फल इत्यादि होते  है इसके अलावा हाथी केले गन्ने आदि भी खा लेते हैं हाथी एक शाकाहारी जंगली जानवर है।
7.     पुराने जमाने में राजा इसके द्वारा लड़ाई में हाथियों का प्रयोग किया जाता था अक्सर उस समय राजा हाथी पर सवार होकर युद्ध के लिए निकलते थे।
8.     हाथी का जितना बड़ा शरीर होता है इसकी आयु भी उतनी ही ज्यादा लंबी होती है, इस का जीवन लगभग 100 वर्षों से भी अधिक हो सकता है।
9.     जब हाथी की मृत्यु हो जाती है तो इसका शरीर काफी उपयोगी होता है क्योंकि इसके मरने के पश्चात इसके दांत कई तरह की दवाइयां और आभूषण तैयार करने में काम आते हैं।
10. हाथी सामान्य रूप से जंगलों में रहने वाला पशु है हालांकि फिर भी इसको पालतू जानवर बनाया जा सकता है एक हाथी की ऊंचाई लगभग से फुट तक होती है हाथी के बड़े-बड़े स्तंभों की तरह पैर होते हैं।
 

10 Lines on Elephant in Hindi

10 Lines on Elephant in Hindi

  1. हाथी जमीन पर रहने वाला सबसे बड़ा जानवर है।
  2. आपको जानकार हैरानी होगी के हाथी पानी में बड़ी ही आसानी से तैर सकते हैं यह कभी डूबते नहीं।
  3. यह अकेला ऐसा जानवर है जिसके चार घुटने होते हैं।
  4. हाथी का जीवनकाल 60 वर्षों तक होता है। परन्तु अफ़्रीकी एलीफैंट की उम्र एशियाई हाथी से कम होती है।
  5. हाथी की चाल इन्सान से तेज़ होती है।
  6. इन के गजदांत बड़े ही कीमती होते हैं इससे कई वस्तुएं बनाई जाती है जिसकी वजय से इसका शिकार होता आ रहा है।
  7. मादा हाथी का गर्भकाल समय 22 महीनों का होता है।
  8. यह अपनी सूंड में 10 से 12 लीटर पानी भर सकता है और यह एक दिन में 150-200 लीटर तक पानी पी जाता है।
  9. हाथी का ज्यादातर समय भोजन ढूंढने में ही व्यतीत हो जाता है यह एक दिन में लगातार 16 घंटे भोजन करता है।
  10. हाथी के देखने की क्षमता बहुत कम होती है किन्तु इन के सूंघने की शक्ति बहुत तेज़ होती है और यह पानी की गंध को 5 किलोमीटर तक महसूस कर सकते हैं।

हाथी के बारे में 10 वाक्य हिंदी में (सेट 1) 10 Lines on elephant in Hindi

 हाथी पृथ्वी पर सबसे बड़ा जीवित प्राणी है।

 हाथी बेहद चालाक और वफादार प्राणी है।

 हाथी के चार पैर, दो छोटी आंखें, दो बड़े कान, एक सूंड और एक छोटी पूंछ होती है।

 हाथी के चार पैर मोटे और चौड़े होते हैं।

 हाथी की आंखें उसके शरीर के विपरीत छोटी होती हैं।

 हाथी के कान बड़ी चोंच के समान होते हैं।

 हाथी का भंडारण कक्ष मूल्यवान होता है।

 हाथी सूंड के सहारे पीते और खाते हैं।

 हाथी शांत स्वभाव का प्राणी है।

 लेकिन जब वे समझौता महसूस करते हैं, तो वे ज़बरदस्त हो जाते हैं।

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हाथी के बारे में शायद ही कोई वाक्य हिंदी में (सेट 2) - 10 Lines on elephant in Hindi -2

1. हाथी एक प्रमुख प्राणी है।

2. यह पौधों की पत्तियों को खाता है।

3. हाथियों की त्वचा मोटी, गहरे रंग की होती है।

4. यह एक लंबी नाक के अलावा कुछ भी है जिसे सूंड कहा जाता है।

5. एक हाथी अपनी सूंड का इस्तेमाल चीजों को उठाने के लिए करता है।

6. इसकी पूंछ अत्यंत छोटी होती है।

7. हाथी के दो बड़े कान होते हैं।

8. इसके दो लंबे दांत होते हैं जिन्हें 'तुस्क' कहते हैं।

9. हाथी धीरे-धीरे चलता है।

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हाथी के बारे में हिंदी में  पंक्तियाँ (सेट )

      हाथी एशिया और अफ्रीका के जंगलों और रेगिस्तानों में पाए जाने वाले जीव हैं।

      हाथियों को चिम्पांजी और लोगों की तरह बेहद स्मार्ट और सामाजिक प्राणी के रूप में देखा जाता है।

      एक हाथी की सामान्य जीवन प्रत्याशा लगभग 70 वर्ष होती है।

      हाथियों के बछड़ों, जिन्हें अन्यथा 'बछड़ा' कहा जाता है, का वजन लगभग 100-120 किलोग्राम हो सकता है।

      हाथी शाकाहारी होते हैं और उनके खाने की दिनचर्या में प्राकृतिक उत्पाद, पत्ते, घास, फूल आदि शामिल होते हैं

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हाथी पर हिंदी में  वाक्य (सेट )

1. चूंकि हाथी सामाजिक प्राणी हैं, इसलिए वे एक सभा में रहते हैं जिसे 'भीड़' भी कहा जाता है।

2. शरीर के वजन के कारण हाथी कूद नहीं सकते, फिर भी 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।

3. हाथियों को पानी में धोना बहुत पसंद होता है।

4. हाथी बहुत सारा डेटा स्टोर कर सकते हैं, और दिमाग के आकार और सीमा के कारण चीजों को लंबे समय तक याद रख सकते हैं।

5. एक हाथी के भंडारण डिब्बे का वजन लगभग 25 पाउंड होता है।

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 हाथी के बारे में हिंदी में केंद्रित है (सेट )

 हाथी पृथ्वी पर सबसे भारी प्राणी है।

 इसकी त्वचा बेहद सख्त होती है।

 हाथी की छाया काली होती है।

 यह वनों में रहने वाला प्राणी है।

 इसकी एक छोटी पूंछ होती है।

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हाथी के बारे में हिंदी में  छापें (सेट )

1. हाथी जंगल में पाया जाने वाला एक राक्षस प्राणी है।

2. यह एक शाकाहारी प्राणी के अलावा कुछ भी है।

3. हाथी का भंडारण कक्ष लंबा होता है, जिसकी सहायता से वह खाता-पीता है।

4. हाथी की देखने की क्षमता थोड़ी कम होती है।

5. इन्हें आम तौर पर भीड़ में देखा जा सकता है। उनका समूह एक मादा हाथी द्वारा संचालित है।

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हाथी पर हिंदी में १० पंक्तियाँ (सेट )

1. हाथी एक शांत प्रकृति का प्राणी है, इसकी गति मध्यम होती है लेकिन यह मानव से तेज चलता है।

2. इसके दांत बेहद मददगार होते हैं, इससे कई तरह के अलंकरण और नुस्खे तैयार होते हैं।

3. जब एक हाथी उग्र होता है, तो वह जंगल में असाधारण विस्मरण का कारण बनता है, छोटे पेड़ों को अपनी सूंड और पैरों से पीटता है।

4. हाथियों के बहुत बड़े कान होते हैं जो उन्हें गायन की गर्मी और धूप से बचाते हैं।

5. इसी तरह हाथी को पृथ्वी पर सबसे उल्लेखनीय प्राणी के रूप में देखा जाता है।

6. भंडारण डिब्बे के एक या दूसरी तरफ उनके बड़े सफेद दांत होते हैं।

7. हाथी का शरीर जितना बड़ा होता है, उसकी जीवन प्रत्याशा उतनी ही अधिक होती है।

8. जब एक हाथी अपने शरीर पर गुजरता है तो यह बहुत मूल्यवान होता है क्योंकि उसके मरने के बाद उसके दांतों का उपयोग कई दवाओं और सजावट की योजना बनाने के लिए किया जाता है।

9. हाथी आमतौर पर एक जंगली प्राणी है, इस तथ्य के बावजूद कि इसे किसी भी मामले में प्रशिक्षित किया जा सकता है।

10. एक हाथी का कद लगभग 8 से 9 फीट का होता है। हाथियों के पैर स्तंभों के समान होते हैं।

हाथी के बारे में 10 पंक्तियां 

 ग्रह पर दो प्रकार के हाथी पाए जाते हैं, एक अफ्रीकी हाथी और दूसरा एशियाई हाथी।

 अफ्रीकी हाथियों के कान बहुत बड़े होते हैं और उनके शरीर का आकार एशियाई हाथियों से भी बड़ा होता है।

 हाथी का भंडारण कक्ष ठोस और बहुमुखी होता है।

 हाथी नियमित रूप से भारत, श्रीलंका, अफ्रीका और थाईलैंड में पाए जाते हैं।

 हाथी व्यावहारिक प्राणी होते हैं क्योंकि वे जल्दी से कुछ भी सीख सकते हैं।

 हाथी बिना ज्यादा खिंचाव के लकड़ी के भार को अपनी सूंड में ले जा सकते हैं और इसे एक स्थान से शुरू करके दूसरे स्थान पर ले जा सकते हैं।

 थाईलैंड एक ऐसा देश है जहां सफेद छायांकित हाथी पाए जाते हैं।

 एक हाथी एक दिन में 180 किलो तक खाना खाता है और करीब 110 लीटर पानी पी सकता है।

 एक हाथी का वजन 5000 किलो तक हो सकता है।

 वनों की कटाई और बढ़ते प्रदूषण के कारण हाथियों का क्षेत्र सीमित होता जा रहा है, जिससे उनकी संख्या पूरी तरह से कम हो रही है।

5 points on elephants in Hindi 

1.   हाथी सबसे बड़ा भूमि प्राणी है।

2.   यह विशाल और विशाल शरीर का है।

3.   इसके चार प्रमुख पैर होते हैं, जो इसके शरीर को समायोजित रखते हैं।

4.   इसकी दो छोटी आंखें और एक छोटी पूंछ होती है।

5.   वे आम तौर पर अफ्रीका और एशिया में पाए जाते हैं।

हाथी के बारे में बमुश्किल कोई वाक्य हिंदी में (सेट 10)

1. हाथी एक प्रमुख प्राणी है।

2. यह अपने तेज मानस और स्मरण शक्ति के लिए जाना जाता है।

3. अधिकांश हाथी गहरे या भूरे रंग के होते हैं।

4. इसमें पैरों की तरह चार विशाल स्तंभ हैं, और वे इसके विशाल शरीर को समायोजित करने में सहायता करते हैं

5. इनके दो बड़े कान होते हैं, फिर भी छोटी आंखें और एक छोटी पूंछ होती है।

6. भारत में कई हाथी हैं। आप पश्चिम बंगाल, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और असम में उनमें से hathi खोज लेंगे।

7. पूर्व समय में, इसका उपयोग युद्ध में हथियारों और सैनिकों के ट्रांसपोर्टर के रूप में किया जाता था