जब मनुष्य जंगलों में रहता था तभी उसे पता चल गया था के उसका अस्त्तिव ही सूरज के साथ है अगर सूरज है तो उसका जीवन संभव है इसी के चलते प्राचीन समय से ही लोगों ने सूरज को देवता मानते हुए उसकी पूजा करनी आरंभ कर दी थी।
धरती पर रहने वाला सम्पूर्ण जीव - जगत सूरज के कारण ही जीवित है। कोयला , लकड़ी और तेल आदि जैसे इंधनों से जो उर्जा प्राप्त होती है वो सब सूरज के कारण ही है।
तकरीवन साढ़े चार साल पहले सूरज अकेला ही अस्तितिव में नहीं आया था बल्कि ऐसा माना गया है के उसका जन्म जुड़वाँ तारे के रूप में हुआ माना गया है। सूर्य इतना विशाल होने के बाद भी यह ठोस नहीं है सूर्य तो विभिन्न - विभिन्न गैसों का गोला है। सूरज तक पहुंचना बहुत मुश्किल है। सूर्य भी एक तारा है कई ऐसे तारे भी हैं जो सूर्य से काफी बड़े हैं किन्तु सभी सारे हमारी पृथ्वी बहुत ज्यादा दूर हैं इसीलिए वह छोटे दिखाई देते हैं किन्तु सूरज ही एक ऐसा तारा है जो पृथ्वी के सबसे नजदीक है।
सूर्य एक आग का गोला है जिसमें ज्यादातर हाईड्रोजन गैस होती है इसके अलावा सूर्य में सिलिकॉन, सल्फर , मैग्नीशियम ,कार्बन कैल्शियम और क्रोमियम तत्व से बना हुआ है। इसके केंद्र का तापमान लगभग 15 मिलियन डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। सूर्य सौर मंडल के सभी ग्रहों से कहीं ज्यादा बड़ा है। सभी ग्रह सूर्य के इर्द -गिरध चक्कर लगाते हैं। हमारी धरती भी सूर्य का चक्कर लगाती है।
सूरज पृथ्वी से तकरीवन तीन लाख गुना ज्यादा बड़ा है सूर्य के विशाल आकार की वजय से इसका बहुत बड़ा गुरुत्वाकर्षण बल है।
Suraj Kya hai Poori Jankari
धरती पर रहने वाला सम्पूर्ण जीव - जगत सूरज के कारण ही जीवित है। कोयला , लकड़ी और तेल आदि जैसे इंधनों से जो उर्जा प्राप्त होती है वो सब सूरज के कारण ही है।
तकरीवन साढ़े चार साल पहले सूरज अकेला ही अस्तितिव में नहीं आया था बल्कि ऐसा माना गया है के उसका जन्म जुड़वाँ तारे के रूप में हुआ माना गया है। सूर्य इतना विशाल होने के बाद भी यह ठोस नहीं है सूर्य तो विभिन्न - विभिन्न गैसों का गोला है। सूरज तक पहुंचना बहुत मुश्किल है। सूर्य भी एक तारा है कई ऐसे तारे भी हैं जो सूर्य से काफी बड़े हैं किन्तु सभी सारे हमारी पृथ्वी बहुत ज्यादा दूर हैं इसीलिए वह छोटे दिखाई देते हैं किन्तु सूरज ही एक ऐसा तारा है जो पृथ्वी के सबसे नजदीक है।
सूर्य एक आग का गोला है जिसमें ज्यादातर हाईड्रोजन गैस होती है इसके अलावा सूर्य में सिलिकॉन, सल्फर , मैग्नीशियम ,कार्बन कैल्शियम और क्रोमियम तत्व से बना हुआ है। इसके केंद्र का तापमान लगभग 15 मिलियन डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। सूर्य सौर मंडल के सभी ग्रहों से कहीं ज्यादा बड़ा है। सभी ग्रह सूर्य के इर्द -गिरध चक्कर लगाते हैं। हमारी धरती भी सूर्य का चक्कर लगाती है।
सूरज पृथ्वी से तकरीवन तीन लाख गुना ज्यादा बड़ा है सूर्य के विशाल आकार की वजय से इसका बहुत बड़ा गुरुत्वाकर्षण बल है।
Suraj Kya hai Poori Jankari
- Sun सूर्य मंडल में लगभग 86 प्रतिशत वजन सूर्य का है।
- सूर्य की उम्र लगभग 9 बिलियन साल है।
- पृथ्वी से सूर्य की दूरी लगभग 14, 95, 97, 900 किलोमीटर है।
- शुक्र ग्रह सूर्य की परिक्रमा 224 . 7 दिनों में करता है।
- सूर्य पृथ्वी से लगभग 100 गुना ज्यादा बड़ा एक तारा है और पृथ्वी से लगभग 333, 400 गुना भारी है।
- सूर्य का व्यास 14 लाख किलोमीटर है।
- अगर सूर्य ( Sun ) को फूटबाल मान लिया जाए तो धरती एक कांच की गोली के समान होगी।
- सूर्य की किरणें धरती पर आने के लिए 8 मिनट 17 सेकंड्स का समय लेती हैं।
- सूरज ( Sun ) की किरणों की गति 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड्स होती है।
- सूर्य से सबसे नजदीक और तेज़ गति का ग्रह बुध ( Mercury ) ग्रह है।
- सूर्य हमारी आकाश गंगा के धुरे की परिक्रमा 25 करोड़ सालों में करता है।
- सूरज 74 % हाईडरोजन 24 % हीलियम से बना है इसके इलावा सूरज में ओकसीजन , कार्बोन , लोहा , नियोंन भी मौजूद है।
- सूरज की बाहरी सतह का तापमान ( Temperature ) 5760 डिग्री सेल्सियस है और सूरज का अंदरूनी तापमान ( Temperature ) 1 करोड़ 50 लाख डिग्री सेल्सियस है।
- सूरज ग्रहण तब लगता है जब धरती और सूरज के बीच चन्द्रमा आ जाता है।
- पृथ्वी की तरह सूर्य भी कठोर नहीं है क्योंकि सूर्य में भारी मात्रा में गैसें पाई जाती हैं।
- सूरज का गुरुत्वा आकर्षण पृथ्वी से 28 गुना ज्यादा है मान लो धरती पर आपका वजन 60 किलोग्राम है तो सूरज पर आपका वजन 1680 किलोग्राम होगा।
- सूरज की किरने प्लूटो तक पहुँचने में 5 घंटे 30 मिनट का समय लेती हैं।
- सूर्य के अंदरूनी तापमान के एक सेकंड के प्रयोग से पूरे अमेरिका को अगले 38000 सालों तक बिजली की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- सूर्य की परिक्रमा करने में सबसे ज्यादा समय प्लूटो यानि बौना ग्रह लेता है यह सूर्य की परिक्रमा लगभग 248 सालों में करता है।
- मंगल सूर्य ( Sun ) की परिक्रमा 687 दिनों में करता है।
- पृथ्वी पर हर साल सूर्य ग्रहण लगता है। साल में ज्यादा से ज्यादा 5 बार सूर्य ग्रहण लग सकता है और यह ग्रहण 7 मिनट 40 सेकंड्स से लेकर 20 तक चल सकता है।
0 comments: